कैंसर दुनिया की सबसे घातक बीमारियों में से एक होता है। जो लाखों लोगों को प्रभावित करता है। या एक ऐसी स्थिति है। जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगते हैं। और ट्यूमर का निर्माण करती हैं। समय पर पहचानना और सही उपचार से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।
कैंसर क्या है?
कैंसर तब होता है।जब शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगती हैं। और सामान्य कोशिकाएं एक निश्चित समय बाद विभाजित होकर मर जाती है। लेकिन कैंसर कोशिकाएं लगातार विभाजित होती रहती हैं। और शरीर के अन्य भागों में फैल सकती है। यह प्रक्रिया मेटास्टैटिस कहलाती है।
कैंसर कैसे विकसित होता है?
कैंसर मुख्य रूप से तब विकसित होता है। जब DNA में किसी प्रकार की क्षति या उत्परिवर्तन होता रहता है। यह उत्परिवर्तन कई कारणों से हो सकता है। जैसेकि आनुवांशिक दो दोष हानिकारक रसायनों के संपर्क में आना, अस्वस्थ जीवनशैली आदि।
कैंसर के प्रमुख कारण
कैंसर के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित है।
1.तंबाकू और धूम्रपान: सिगरेट और तंबाकू उत्पादों में कैंसरकारी तत्व होते हैं। जो फेफड़े, मुंह, गले और अन्य अंगों के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
2.अस्वस्थ आहार: अत्यधिक जंक फूड प्रोसेस्ड फूड और कम पोषक तत्व वाले भोजन का सेवन कैंसर के खतरों को और अधिक बढ़ा सकते हैं।
3.शराब का अत्यधिक सेवन करना: शराब का अत्यधिक मात्रा में सेवन लिवर, मुंह, गले और हाथों के कैंसर का कारण बन सकता है।
4.विषाणु और संक्रमण:कुछ वायरस जैसे-ह्यूमन पैप्लोमा वायरस और हेपेटाइटिस बी एवं सी कैंसर के खतरे को और अधिक बढ़ा सकते हैं।
5.रेडिएशन और प्रदूषण: अल्ट्रावायलेट किरणे औद्योगिक प्रदूषण और रेडिएशन एक्स्पोज़र कैंसर के खतरों को बढ़ाते हैं।
6.अनुवांशिकता: यदि परिवार में किसी को कैंसर हुआ है।तो अनुवांशिक कारणों से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
7.शारीरिक निष्क्रियता: नियमित व्यायाम न करने और अधिक वजन के कारण भी कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
कैंसर के प्रकार
कैंसर के अधिक प्रकार होते हैं लेकिन कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित है।
1.स्तन कैंसर
- महिलाओं में सबसे आम कैंसर में से एक होता है।
- प्रमुख लक्षणों में स्तनों में गांठ त्वचा में बदलाव और निप्पल से सामान श्राव शामिल है।
2.फेफड़ों का कैंसर
- यह कैंसर मुख्य रूप से धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों में पाया जाता है।
- खांसी में खून आना, सांस लेने में परेशानी वजन घटाने जैसे लक्षण होते हैं।
3.रक्त कैंसर
- यह कैंसर रक्त और अस्थि मज्जा को प्रभावित करता है।
- लक्षणों में थकान बार-बार संक्रमण और रक्त स्राव शामिल होता है।
4.त्वचा कैंसर
- यह कैंसर मुख्य रूप से UV किरणों की अधिक संपर्क में आने से होता है।
- लक्षणों में असामान्य तिल, घावों का अधिक समय तक न भरना और त्वचा का रंग बदलना शामिल होता है।
5.पेट का कैंसर
- खराब आहार और हेकोबैक्टर पाइलोरी संक्रमण के कारण हो सकता है।
- लक्षणों में पेट में दर्द, भूख न लगना और अपच की समस्या भी शामिल होती है।
6.गर्भाशय ग्रीवा कैंसर
- यह कैंसर मुख्य रूप से HPV वायरस के कारण होता है।
- अनियमित मासिक धर्म दर्द और रक्त स्राव इसके प्रमुख लक्षण हो सकते हैं।
कैंसर के लक्षण
कैंसर के लक्षण प्रकार और स्थान के आधार पर अलग अलग हो सकते हैं। लेकिन कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
- शरीर के किसी हिस्से में गांठ या सूजन
- अचानक वजन घटना या बढ़ना
- लंबे समय तक चलने वाली खांसी या गले में खराश होना
- भूख न लगना और अपच की समस्या बढ़ना
- मल मूत्र में खून आने की समस्या
- थकान और कमजोरी होना
- लगातार बुखार आना और संक्रमण की समस्याएं उत्पन्न होना
यदि यह लक्षण लंबे समय तक बन रहे है। तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
कैंसर की जांच और निदान
कैंसर का शीघ्रपतन लगाने के लिए विभिन्न प्रकार की जांचे की जाती है।
1.बायोप्सी: प्रभावित उत्तक का नमूना लेकर उसकी जांच की जाती है।
2.सीटी स्कैन और एमआरआई: शरीर के अंदर उसका भाग की विस्तृत रूप से छवि प्राप्त करने के लिए।
3.ब्लड टेस्ट: ल्यूकेमिया जैसे रक्त कैंसर का पता लगाने के लिए किया जाता है।
4.एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड: कैंसर कोशिकाओं की पहचान करने के लिए किया जाता है।।
5.पीईटी स्कैन: पूरे शरीर में कैंसर की उपस्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है।
कैंसर का उपचार
कैंसर का इलाज उसकी स्थिति और प्रकार के आधार पर किया जाता है। मुख्य उपचार विधि निम्नलिखित है।
1.सर्जरी
यह कैंसर शुरुआती अवस्था में हो, तो प्रभावित ऊतक को शारीरिक रूप से हटा दिया जाता है।
2.कीमोथेरेपी
इसमें दवाओं का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जा सकता है।
3.रेडियोथैरेपी
कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए उच्च ऊर्जा विकिरण का भी उपयोग किया जाता है।
4.इम्यूनोथेरेपी
यह उपचार शरीर की प्रतीक्षा प्रणाली को कैंसर से लड़ने में मदद करता है।
5.हार्मोन थेरेपी
कुछ प्रकार के कैंसर जैसे स्तन और प्रोस्टेट कैंसर हार्मोन पर निर्भर होते हैं। इन कैंसरों को नियंत्रित करने के लिए हार्मोन थेरेपी का उपयोग किया जाता है।