दस्त एक गंभीर समस्या है। जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। बाजार में कई दवाइयां उपलब्ध है। लेकिन प्राकृतिक और घरेलू उपाय से भी इसका इलाज किया जा सकता है। इस लेख में हम आपको कुछ अनोखे घरेलू नुस्खे बताएंगे। जो न केवल दस्त को रोकने में आपकी मदद करेंगे। बल्कि आपके पाचन तंत्र को भी और भी मजबूत बनाएंगे।
1.अनार के छिलके का पाउडर
- कैसे मदद करता है?
- अनार के छिलकों में टैनिन होते हैं। जो एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- अनार के छिलकों को धूप में सुखाकर पीस ले। और एक चम्मच पाउडर को गर्म पानी के साथ पिए।
2.मेथी के बीज
- कैसे मदद करता है?
- मेथी में मौजूद फाइबर और एंटीबैक्टीरियल गुण दस्त को रोकने में मदद करते हैं।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- एक चम्मच मेथी के बीज रात भर पानी में भिगोकर रख दे। और सुबह खाली पेट खा ले।
3.केला और सेब का सिरका
- कैसे मदद करता है?
- केला पेक्टिन और पोटेशियम से भरपूर होता है। जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- एक पका हुआ केला मैस करें और उसमें एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर दिन में दो बार खाए।
4.नारियल पानी और अदरक
- कैसे मदद करता है?
- नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट करता है। और अदरक पेट की सूजन को कम करने में मदद करता है।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- आधा कप नारियल पानी में एक छोटा टुकड़ा अदरक मिलाकर दिन में दो बार पिए।
5.चावल का पानी
- कैसे मदद करता है?
- चावल का पानी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस की भरपाई करता है। और दस्त को रोकने में अधिक मददगार होता है।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- चावल को पानी में उबालकर छान ले। और ठंडा होने पर इस पानी को पिए।
6. कैमोमाइल चाय
- कैसे मदद करता है?
- यह पाचन तंत्र को शांत करती है। और सूजन को कम करने में अधिक मदद करती है।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- एक कप गर्म पानी में कैमोमाइल टी बैग डालकर पिएं।
7.गाजर का सूप
- कैसे मदद करता है?
- गाजर पैक्टिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। जो दोस्त को कंट्रोल करने में मदद करती है।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- गाजर को उबालकर ब्लेंड करें और गर्म सूप के रूप में पिएं।
8. छाछ और जीरा
- कैसे मदद करता है?
- छाछ बेहतरीन प्रोबायोटिक है। और जीरा पाचन में मदद करता है।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- एक गिलास छाछ में एक चुटकी भुना हुआ जीरा पाउडर मिलाकर दिन में दो बार पिए।
9.एलोवेरा जूस
- कैसे मदद करता है?
- एलोवेरा सूजन को कम करने में मदद करता है। और आतो को शांत करता है।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- ताजा एलोवेरा जेल निकालकर पानी में मिलाकर पीना चाहिए।
10.पुदीना चाय
- कैसे मदद करता है?
- पुदीना पेट को ठंडक प्रदान करता है। और ऐंठन को कम करने में मददगार होता है।
- कैसे इस्तेमाल करें?
- ताजे पुदीने के पत्तों को पानी में उबालकर दिन में दो बार पीना चाहिए।
11.केफिर नींबू पत्ते
केफिर लाइम की पत्तियां जो थाई व्यंजनों में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल की जाती हैं। प्रोबायोटिक अच्छे गुणों सहित कई स्वास्थ्य लाभ है। इन पत्तियों में कुछ जीवाणुरोधी एजेंट होते हैं। जो स्टेफिलोकोक्कस बैक्टीरिया से प्रभावित रूप से लड़ते रहते हैं। जो भोजन विषाक्त और दस्त के लिए एक आम अपराधी है। अच्छे पदार्थ की अधिकता बुरी होती है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप इनका सेवन संयम से करें।
12.केले
केले आलू जैसे फल और सब्जियों में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। इनमें पेक्टिन भी होता है। एक पानी में घुलनशील फाइबर जो आंतों में अतिरिक्त पानी को अवशोषित करने में मददगार होता है। इसके अलावा केले में महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। जो दस्त से पीड़ित होने पर आपके शरीर से निकल जाते हैं। वह आपके निर्जलीकरण थके हुए शरीर को बहुत जरूरी ऊर्जा भी प्रदान करने में मदद करते हैं।
13.आलू
आलू में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है। वास्तव में वह पोटेशियम के सबसे अच्छे उपलब्ध आहार स्रोतों में से एक है। एक बड़े पैमाने पर 300 ग्राम पके हुए आलू में लगभग 1600 मिलीग्राम पोटैशियम होता है। उन्हें बिना छिले खाना सबसे अच्छा माना जाता है। क्योंकि पोटेशियम आलू के गूदे और छिलके दोनों में पाया जाता है।
14.पालक
पालक एक बहुत ही पौष्टिक सब्जी है। इसमें पोटेशियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। एक कप या 190 ग्राम पालक में पोटेशियम DV का लगभग 12% होता है। जबकि मध्यम मात्रा में पालक खाना आपका पेट के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। लेकिन इसका अधिक सेवन करने से गुर्दे की पथरी होने का खतरा और भी अधिक बढ़ सकता है।
15.तरबूज
क्या आपको लगता है। कि तरबूज में केवल पानी की मात्रा अधिक होती है। नहीं , इसमें पोटेशियम की भी अच्छी मात्रा होती है। तरबूज के सिर्फ दो टुकड़े लगभग 572 ग्राम पोटेशियम DV का लगभग 14% प्रदान करते है।
16.निंबू
अपने सूजनरोधी के कारण नींबू दस्त रोकने के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। आप इसका जूस भी पी सकते हैं। अपने फलों और सब्जियों पर इसका निचोड़ कर सकते हैं।