धूप में बैठने से आप लोग जानते हैं। कि विटामिन डी मिलती है। विटामिन डी हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक होती है। या न केवल हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने का कार्य करती है। बल्कि यह हमारी इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाने में हमारी बहुत ही ज्यादा मदद करती है। जिससे हम बीमारियों से बच सकते हैं विटामिन डी की कमी से कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। जैसे-हड्डियों का कमजोर होना और शरीर में दर्द रहना थकान महसूस होना। आदि प्राकृतिक तरीकों से विटामिन डी प्राप्त करने का सबसे आसान और सस्ता तरीका है।

धूप में बैठना लेकिन सवाल यह है। कि धूप में कितनी देर बैठो और किस तरह बैठो ताकि हमें पर्याप्त विटामिन डी मिल सके इस लेख में हम यही बताने की कोशिश करेंगे।
धूप में विटामिन डी के स्रोत
धूप में विटामिन डी का सबसे प्रमुख स्रोत होता है। हमारी त्वचा जब सूरज की रोशनी से संपर्क में आती है। तो वह विटामिन डी का निर्माण शुरू कर देती है। इसके अलावा विटामिन डी कुछ खाद्य पदार्थ से भी हमें प्राप्त होता है। जैसे-मछली अंडा दूध चीज और विटामिन डी से युक्त अन्य खाद्य पदार्थ लेकिन सबसे अच्छा और प्रभावित तरीका है। सूरज की रोशनी में बैठना क्योंकि यह सबसे प्राकृतिक और ताजगी देने वाला तरीका है।
धूप में कितनी देर बैठे?
विटामिन डी के लिए आवश्यक सूरज की रोशनी के संपर्क में आने का समय व्यक्त की त्वचा की रंगत मौसम और स्थान पर निर्भर करता है। यदि आप यह जानना चाहते हैं। कि आपको कितनी देर धूप में बैठना चाहिए। तो इसका उत्तर आपकी त्वचा की टाइम पर निर्भर करता है। जिससे आपकी त्वचा पर रायसेस और लाल पान ना पड़े।
त्वचा के प्रकार के अनुसार धूप में समय
- हेल्दी और हल्की त्वचा वाले लोग:यदि आपकी त्वचा हल्की है। तो आपको केवल 10 से 15 मिनट तक धूप में बैठना काफी होगा यह समय आपके शरीर में पर्याप्त विटामिन डी बनाने के लिए उपयुक्त है। ज्यादा समय तक धूप में बैठने से सनबर्न हो सकता है। जिससे आपकी त्वचा को बहुत ही ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है।
- गहरी त्वचा वाले लोग:अगर आपकी त्वचा का रंग गहरा है। तो आपको अधिक समय तक धूप में बैठने की आवश्यकता हो सकती है। गहरे रंग की त्वचा में मेलेनिन की अधिकता होती है। जो सूर्य की रोशनी को अवशोषित करने के लिए अधिक समय लेती है। ऐसे में आपको कम से कम 20 से 30 मिनट तक धूप में बैठना चाहिए। जिससे आपकी त्वचा पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा।
मौसम और स्थान का असर
- गर्मियों में:गर्मी के मौसम में जब सूरज की रोशनी तेज होती है। तो आपको कम समय में अधिक विटामिन डी मिल सकती है। गर्मियों में 10 से 15 मिनट तक ही पर्याप्त हो सकता है। क्योंकि सूरज की किरणें सीधी होती है। और ज्यादा प्रभावित होती हैं। और तुरंत हमारी त्वचा पर पड़ती हैं।
- सर्दियों में:सर्दियों के मौसम में सूर्य की किरणें कमजोर होती है। और इसीलिए विटामिन डी पर्याप्त करने के लिए आपको अधिक समय तक धूप में बैठना पड़ सकता है। इस मौसम में 20 से 30 मिनट तक बैठना अच्छा रहता है।
- उच्च स्थान पर धूप: अगर आप समुद्र तल से ऊंचाई पर है। वहां की धूप अधिक तीव्र होती है। जिससे विटामिन डी का स्तर तेजी से बढ़ सकता है। ऐसे स्थान पर आपको कम से कम विटामिन डी मिल सकती है।
धूप में बैठने का सही तरीका
धूप में बैठते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। ताकि आपको सबसे अधिक लाभ मिल सके।
- सिर्फ चेहरे को ही ना एक्सपोज करें: सिर्फ चेहरा ही नहीं बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों को भी धूप में रहना चाहिए। जैसे-हाथ,पैर आदि। अगर पूरी शरीर को धूप में नहीं ला सकते हैं। तो कम से कम हाथ और पैर तो बाहर रखें। जिससे ज्यादा विटामिन डी शरीर में अवशोषित हो सके।
- सीधे धूप में बैठे: जब आप धूप में बैठे तो यह सुनिश्चित करें। कि सूरज की किरणें सीधे आपकी त्वचा पर पड़े छांव या कांच से गिरी जगह पर बैठने से विटामिन डी का निर्माण काम हो जाता है।
- समय बढ़ाने में सावधानी बरते: अगर आप धूप में ज्यादा देर बैठने का प्रयास कर रहे हैं। तो पहले धीरे-धीरे शुरुआत करें धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। ताकि आपकी त्वचा को जलन या सनबर्न की समस्या का सामना न करना पड़े।
- सुबह और शाम की धूप: सुबह और शाम की धूप हल्की होती है। और इस समय धूप में बैठना ज्यादा सुरक्षित होता है। दोपहर के समय सूरज की किरणें बहुत तेज होती है। जो सनबर्न का कारण बन सकते हैं। और हमारे स्क्रीन के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
विटामिन डी की कमी के संकेत
विटामिन डी की कमी से शरीर में कई समस्या उत्पन्न हो सकती है। कुछ सामान संकेत जिसे आप समझ सकते हैं। कि आपको विटामिन डी की कमी हो गई हैv
- हड्डियों और जोड़ों में दर्दv
- लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना।
- हड्डियों का कमजोर होना और फ्रैक्चर होना।
- इन्फेक्शन या बीमारियों का बार बार होना।
- मानसिक स्थिति में बदलाव जैसे कि-अवसाद।
विटामिन डी के अन्य स्रोत
धूप के अलावा कुछ खाद्य पदार्थों से भी विटामिन डी प्राप्त की जा सकती है। जैसे-
- मछली
- अंडे
- दूध और दही
- फल और सब्जियां
अगर आपको विटामिन डी की कमी की कोई भी समस्या है । तो अपने डॉक्टर से सलाह ले और आवश्यकता अनुसार विटामिन डी के सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।