भूमध्यसागरीय आहार मोटापे आज की दुनिया में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है।और इससे संबंधित कैंसर के मामले में भी लगातार वृद्धि हो रही हैं। हाल में अध्ययनों में पाया गया है। कि भूमध्यसागरीय आहार मोटापे से संबंधित कैंसर के जोखिम को कम करने में बहुत ही ज्यादा मददगार है। यह आहार ताजा फल सब्जियां साबुत अनाथ जैतून का तेल मछली पर आधारित होता है। जो शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करने में हमारी बहुत ही ज्यादा मदद करता है। और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव करने में सहायता प्रदान करता है।
इस ब्लॉक में हम विस्तार रूप से जानेंगे की भूमध्यसागरीय आहार क्या है। यह मोटापे और कैंसर के खतरे को कैसे कम करता है। और इसे अपने दैनिक जीवन में कैसे अपना नाम अपनाया जा सकता है।
भूमध्यसागरीय आहार क्या है?
भूमध्यसागरीय आहार अन्य खाद्य पदार्थों पर केंद्रित होता है। जो परंपरागत रूप से भूमध्यसागरीय क्षेत्र ( जैसे ग्रीन इटली स्पेन और तुर्की ) के लोगों द्वारा खाए जाते हैं। यह आहार पौधे पर आधारित खाद्य पदार्थ होते हैं। यह आहार पौधे पर आधारित खाद्य पदार्थ स्वस्थ वर्षा और लीन प्रोटीन का बेहतरीन संतुलन प्रदान करने में हमारी बहुत ही ज्यादा मदद करते हैं।
मुख्य खाद्य समूह:
1.फल और सब्जियां- विटामिन खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।
2.साबुत अनाज- ब्राउन राइस और होल व्हीट ब्रेड जैसे होते हैं।
3.स्वस्थ वसा- जैतून का तेल।
4.मछली और समुद्री भोजन-सप्ताह में कम से कम दो बार खाना चाहिए।
5.मास और अंडा-सीमित मात्रा में लीन मीट और अंडा मिठाई और प्रोस्टेट फूड बहुत कम मात्रा में।
6.दूध उत्पादन- कम मात्रा में पनीर और दही।
भूमध्यसागरीय आहार की विशेषताएं
- प्राकृतिक और संगठित खाद्य पदार्थ पर जोर।
- रेट मीट और प्रोस्टेट फूड का कम सेवन।
- जैतून का तेल और नट्स से स्वस्थ वसा प्राप्त करना।
- अधिक फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट युक्त भोजन।
मोटापे से संबंधित कैंसर और उसके जोखिम
मोटापा कई प्रकार के कैंसर के लिए मुख्य जोखिम कारक माना जाता है। जब शरीर में अधिक वसा जमा हो जाती है। तो यह पुरानी सूजन और हार्मोनल असंतुलन का कारण बनती है। जैसे कैंसर का खतरा बढ़ता है।
मोटापे से जुड़ी मुख्य कैंसर
- स्तन कैंसर
- गर्भाशय कैंसर
- कोलन कैंसर
- अग्नाशय कैंसर
- यकृत कैंसर
- किडनी कैंसर
- ग्रास नली कैंसर
कैसे बढ़ता है मोटापा कैंसर का खतरा?
- सूजन: शरीर में अतिरिक्त वसा कोशिकाएं सूजन को बढ़ाते हैं। जिससे कोशिकाएं कैंसर ग्रस्त हो सकते हैं।
- इंसुलिन प्रतिरोध: अधिक वजन वाले लोगों में इंसुलिन स्तर अधिक होता है। जिससे कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने में मदद करता है।
- एस्ट्रोजन का उच्चतम: मोटापे के कारण शरीर में अतिरिक्त आयोजन बनता है। जो स्तन कैंसर का गर्भाशय कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
भूमध्य सागरीय आहार कैसे काम करता है कैंसर का खतरा
1.सूजन को कम करता है
भूमध्य सागरीय आहार में एंटीऑक्सीडेंट और ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होते हैं। जो शरीर में सूजन को कम करने में हमारी बहुत ही ज्यादा मदद करते हैं। सूजन कैंसर की प्रमुख वजह से हो सकता है। और कम करके कैंसर का खतरा भी कम किया जा सकता है।
2.स्वस्थ वजन बनाएं रखने में मदद करता है
आहार अधिक फाइबर और प्रोटीन युक्त होता है। जिससे भूख नियंत्रित रहती है। और अधिक खाने की इच्छा नहीं होती है। इसे वजन नियंत्रित रहता है। जो मोटापे से संबंधित कैंसर के जोखिम को कम करता है।
3.हार्मोन संतुलन बनाए रखना है
भूमध्य सागरीय आहार संतुलन इंसुलिन और एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन के स्तर को नियंत्रित रखने में हमारी बहुत ही ज्यादा मदद करता है। जिससे कैंसर की संभावना कम से कम होती है।
4.आंतों के स्वास्थ्य को सुधरता है
भूमध्य सागरीय आहार प्रोबायोटिक और प्रोबायोटिक्स खाद्य पदार्थों से भरपूर होता है। जिसे हाथों में बैक्टीरिया का संतुलन बना रहता है। और कोलोन कैंसर का खतरा बहुत ही ज्यादा कम रहता है।
भूमध्यसागर आहार को अपनाने के आसान तरीका
1.सफेद आटे की बजाय साबुत अनाज अपनाएं
ब्रेड पास्ता और चावल की जगह होल व्हीट ब्राउन राइस और ओट्स का सेवन करें।
2.तेल बदले
रिफाइंड तेल की बजाय जैतून के तेल का उपयोग करें।
3.ज्यादा सब्जियां और फल खाएं
अपने भोजन में हरी सब्जियां टमाटर गाजर शिमला मिर्च सेब संतरा और बेरीज को शामिल करना चाहिए।
4.मास की बजाय मछली चुने
चिकन या रेड मीट की जगह मछली अपने आहार में शामिल करें।
5.नट्स और बीजों का सेवन करें
बादाम अखरोट अलसी के बीज और चिया सीड जैसे हेल्दी स्नैक्स खाएं।
6.प्रोसैस्ड फूड और चीनी से बचे
कोल्ड ड्रिंक जंक फूड और मिठाइयों का सेवन कम करें।