मौसम का बदलना हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता है।कभी गर्मियों की थकावट कभी बरसात में डेंगू और मलेरिया का खतरा तो कभी सर्दियों में जुकाम और फ्लू का खतरा हर मौसम अपने साथ बीमारियों का खतरा लेकर आता है।हालांकि थोड़ी सी सावधानी और सही आदतों को अपना कर हम मौसम बीमारियों से बच सकते हैं।इस ब्लॉक में हम मौसमी बीमारियों के कारण और उससे बचाव प्रभावी उपाय के बारे में चर्चा करेंगे।
मौसमी बीमारियों का प्रभाव और कारण
मौसमी बीमारियां तब होती है जब हमारा शरीर मौसम में अचानक बदलाव के साथ तालमेल नहीं कर पता है।
- गर्मी में: हीट स्ट्रोक डिहाइड्रेशन पेट में इन्फेक्शन।
- बरसात में: डेंगू मलेरिया टाइफाइड और जल जनित बीमारियां होती हैं।
- सर्दी में: जुकाम खांसी निमोनिया और अस्थमा के अटैक जैसी बीमारियों से हम लोग सामना करते हैं।
इन बीमारियों का मुख्य कारण हमारी प्रतिरोध क्षमता इम्यूनिटी सिस्टम का कमजोर होना होता है और स्वच्छता की कमी होना होता है।
मौसमी बीमारियों से बचने के उपाय
1.संतुलित आहार का सेवन करें
एक मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम ही बीमारियों से लड़ने का सबसे प्रभावित तरीका है इसके लिए अपने आहार में यह चीज शामिल करके आप अपना संतुलित आहार मेंटेन कर सकते हैं।
- फलों और सब्जियों का सेवन: मौसमी फल जैसे संतरा से पपीता और सब्जी जैसे पालक और ब्रेकली इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने में हमारी बहुत ही ज्यादा मदद करती है।
- प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट: हल्दी अदरक और तुलसी का सेवन करने से यह शरीर में संक्रमण को रोकने में हमारी बहुत ज्यादा ही मदद करती है।
- हाइड्रेटेड रहे: गर्मी और बरसात में पर्याप्त मात्रा में पानी पिए सूप नारियल पानी और हर्बल चाय जैसी विकल्प भी लाभकारी है जिससे आपको डिहाइड्रेशन ना हो।
2.स्वच्छता बनाए रखें
मौसमी बीमारियों का प्रमुख कारण बैक्टीरिया और वायरस होता है इसे रोकने के लिए स्वच्छता का पालन करें।
- हाथ की सफाई: खाने से पहले और बाद में और बाहर से घर आने पर हाथ धोना ना भूले।
- पानी उबालकर पिए: बरसात के मौसम में जल जनित बीमारियों से बचने के लिए उबाल या फिल्टर किया हुआ पानी जरूर पिए।
- घर की सफाई: घर के आसपास पानी जमा न होने दे क्योंकि यह मच्छरों के प्रजनन का मुख्य कारण होता है।
3.मच्छरों से बचाव के उपाय
बरसात के मौसम में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां आम हो जाती हैं इससे बचने के लिए।
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- मच्छर भगाने वाली क्रीम और रेपेलेंट का उपयोग करें।
- घर के आसपास कचरा जमाना होने दे और पानी को कंटेनर में ढक कर रखें।
4.मौसम के अनुसार कपड़े पहने
अपने कपड़ों का चयन मौसम के अनुसार करें।
- गर्मियों में हल्के और सूती कपड़े पहनें ताकि पसीना सूख सके।
- सर्दियों में ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े और लेयरिंग करें।
- बरसात में रेनकोट और वाटरप्रूफ जूते का इस्तेमाल करें।
5.नियमित व्यायाम और योग करें
शारीरिक गतिविधियां शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में हमारी मदद करती हैं।
- सुबह टहलने प्राणायाम और सूर्य नमस्कार जैसी गतिविधियां अपनाएं।
- सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए हल्की एक्सरसाइज करें।
मौसमी बीमारियों से जुड़ी गलत धाराएं
1.पानी की कमी सिर्फ गर्मियों में होती है: यह गलत है सर्दियों और बरसात में भी शरीर को पर्याप्त पानी की जरूरत होती है।जिससे पानी की कमी सिर्फ गर्मियों में नहीं होती।
2.सर्दी खाने से होती है: सर्दी संक्रमण से होती है ठंड खाना इसका मुख्य कारण नहीं है।
3.सिर्फ दावों से बचाव संभव है: दवाई जरूरी है लेकिन स्वच्छ आहार और जीवन शैली में बदलाव ज्यादा प्रभावित होते हैं।
निष्कर्ष
मौसमी बीमारियां हमारे शरीर और दिनचर्या को प्रभावित कर सकती हैं।लेकिन यही आदतों और सावधानियां से इसे बचा जा सकता है।संतुलित आहार स्वच्छता और नियमित व्यायाम को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं याद रखें बीमारियों से बचाव इलाज से हमेशा बेहतर होते हैं।