रोबोटिक्स द्वार सर्जरी एवं चिकित्सा जगत में क्रांति आधुनिक चिकित्सा क्षेत्र में रोबोटिक ने क्रांतिकारी परिवर्तन किए गए हैं। सर्जरी और चिकित्सा जगत में रोबोटिक को बढ़ते उपयोग में रोगियों की देखभाल उपचार और रिकवरी प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और सटीक बना दिया है। रोबोट सहायता प्राप्त सर्जरी से लेकर पुनर्वास रोबोट तक यह तकनीक स्वास्थ्य सेवाओं के नए स्तर पर ले जा रही है।
इस ब्लॉक में आपको पूरी जानकारी रोबोटिक द्वारा चिकित्सा जगत में नई क्रांति के बारे में देंगे।
रोबोटिक्स सहायता प्राप्त सर्जरी
रोबोटिक्स द्वार सर्जरी सटीकता और न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रियाएं
रोबोट सहायता प्राप्त सर्जरी ने न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रियाओं को और भी उत्तम बनाने की कोशिश की है। और कर दिया है। सर्जरी में उपयोग किए जाने वाले रोबोटिक सिस्टम जैसे DA VINCI SURGICAL SYSTEM,सर्जनों को अधिक सटीकता और नियंत्रण प्रदान करते हैं। यह रोबोटिक आर्म्स अत्यधिक लचीले होते हैं। और सूक्ष्म गति करने में सूक्ष्म होते हैं। इसमें मानव हाथों की संभावित गलतियों को काम किया जा सकता है। और सटीकता और न्यूनतम इन्वेंशन प्रक्रिया के द्वारा एक से एक सर्जरी की जाती है।
रोबोटिक्स द्वार सर्जरी हृदय और न्यूरोसर्जरी में योगदान
हृदय रोग और न्यूरोलॉजिकल विकारों के इलाज में रोबोटिक ने एक महत्वपूर्ण भूमिका अपनी निभाई है। उदाहरण के लिए CORINDUS VASCULAR ROBOTICS,प्रणाली हृदय रोगियों के लिए अधिक प्रभावी सर्जरी सुनिश्चित करती है। इसी प्रकार न्यूरोसर्जरी में रोबोटिक ब्रेन ट्यूमर निकालना और न्यूरोलॉजिकल विकारों के इलाज में बहुत ही ज्यादा आपकी मदद करती है।
रोबोटिक्स द्वार सर्जरी ऑर्थोपेडिक सर्जरी और कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण
ऑर्थोपेडिक सर्जरी जैसे घुटने और कूल्हे के प्रत्यारोपण में रोबोटिक तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा MAKO ROBOTIC ARM ASSISTED जैसी प्रणालियों डॉक्टर को अधिक सटीक तरीके से प्रत्यारोपण करने की अनुमति दे रही हैं। जिससे रोगियों को ठीक होने की प्रक्रिया तेज होती जा रही है। और वह जल्द सामान्य जीवन में लौटे आ रहे हैं।
चिकित्सा जगत में रोबोटिक की भूमिका
चलने और गतिशीलता में सुधार
चिकित्सा जगत में रोबोटिक में लकवा ग्रस्त रोगियों के लिए एक नई उम्मीद पैदा की है। EKSO BIONICS और REWALK ROBOTICS जैसी कंपनियां ऐसे एक्सो स्केलेटन विकसित कर रही है। जो रीड की हड्डी में चोट लगने वाले रोगियों को चलने में भी बहुत ज्यादा मदद प्रदान करते हैं। यह स्मार्ट उपकरण मांसपेशियों की हरकतों का विश्लेषण करके पुनर्वास प्रक्रिया को गति देते हैं।
रोबोटिक्स द्वार सर्जरी और न्यूरोलॉजिकल पुनर्वास
स्ट्रोक या न्यूरोलॉजिकल विकारों से प्रभावित रोगियों के लिए रोबोटिक एक वरदान साबित हो रहा है। ARMEO POWER और MIT-MANUS जैसे रोबोटिक सिस्टम हाथ हो और बाजुओ की गति बहाल करने में बहुत ही ज्यादा सहायक हो रहे हैं। यह सिस्टम रोगी के हल्के से हल्के मूवमेंट को पहचान कर उसी अनुरूप प्रतिक्रिया देते हैं। जिससे उनके न्यूरो मस्कुलर कंट्रोल में सुधार होता है।
फिजिकल थेरेपी में स्मार्ट रोबोट
फिजिकल थेरेपी के लिए स्मार्ट रोबोट का विकास तेजी से हो रहा है। LOKOMAT जैसी तकनीक पैरालिसिस या न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स से जूझ रहे रोगियों की रीड की हड्डी की मांसपेशियों को मजबूत करने में हमारी बहुत ही ज्यादा मदद कर रही है। इन रोबोटिक्स उपकरणों के जरिए रोगी एक सुरक्षित वातावरण में थेरेपी ले सकते हैं। जिससे उसका आत्मविश्वास बढ़ता है।
रोबोटिक्स द्वार सर्जरी और का कृत्रिम बुद्धिमिता(AI)
पावरफुल एल्गोरिदम और मशीन लर्निंग
रोबोटिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जुड़ने से इसका प्रभाव और अधिक बढ़ता जा रहा है। और बढ़ गया है AI समर्थित रोबोटिक सर्जन को वास्तविक समय में सूचना प्रदान करने जटिल सर्जरी की योजना बनाने और संभावित जटिलताओं की भविष्यवाणी करने में सहायता मिल रही है।
ऑटोनॉमस रोबोट सर्जन
वर्तमान में रोबोटिक सर्जरी केवल सर्जनों के निर्देशन में होती है। लेकिन भविष्य में ऑटोनॉमस रोबोटिक सर्जरी विकसित की जा सकती है। जो पूरी तरह से स्वतंत्र रूप से जटिल सर्जरी कर सके ऐसी तकनीक न केवल सर्जरी की गुणवत्ता में सुधार करेंगे। बल्कि उन क्षेत्रों में भी चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेंगे। जहां अनुभवी सर्जन उपलब्ध नहीं है। और अच्छे सज्जनों की आवश्यकता को पूर्ण करेंगे।
रोबोटिक्स के लाभ और चुनौतियां
फायदे:
1.सटीकता और विश्वसनीयता: रोबोटिक सर्जरी में अधिक सटीकता होती है। जिससे जटिल ऑपरेशन के परिणाम बेहतर से बेहतर आते हैं।
2.कम घाव और दर्द: न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रियाओं के कारण रोगी को कम दर्द और जल्दी रिकवरी मिलती है।
3.फिजिकल थेरेपी में सुधार: रोबोटिक पुनर्वास उपकरण मरीजों को तेज गति से ठीक करने में बहुत ही ज्यादा मदद करते हैं।
4.न्यूनतम मानवीय ट्रुथ: आई समर्थित रोबोटिक संभाव्यता सर्जिकल त्रुटियों को कम से कम कर सकते हैं।
चुनौतियां
1.उच्च लागत: रोबोटिक उपकरण और उनकी स्थापना महंगी होती है। जिससे छोटे अस्पताल इन्हें अपनाने में असमर्थ हो सकते हैं।
2.तकनीकी जटिलता: रोबोटिक सिस्टम को संचालित करने और बनाए रखने के लिए अत्यधिक प्रशिक्षित पेशेवरों की आवश्यकता होती है।
3.नैतिक और कानूनी चिंताएं: ऑटोनॉमिक रोबोटिक सर्जरी के कानूनी और नैतिक पहलुओं पर अभी चर्चा चल रही है।