शाम होते हुए अगर आपके पेट में गैस बनने लगते हो तो।पेट की सेहत हमारे शरीर की सामग्री सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है। लेकिन कई लोग शिकायत करते हैं। कि शाम के समय उनका पेट फूलने लगता है। और गैस बनने लगती है। यह समस्या न केवल शारीरिक असुविधा का कारण बनती है। बल्कि मानसिक तनाव का भी एक कारण होती है।

इस लेख में हम इस समस्या के विभिन्न कार्यों का उल्लेख करेंगे ।और इसके समाधान और कुछ प्रभावी घरेलू उपाय के बारे में बताएंगे।
शाम को पेट में गैस बनने के समान कारण
1.दिन भर की डाइट का प्रभाव:
जो खाना हम दिन भर खाते हैं। वह पाचन प्रक्रिया के दौरान गैस बनने लगता है। खासतौर पर तले हुए और मसालेदार भोजन अत्यधिक प्रोटीन वाले आहार और फाइबर रहित खाने से यह समस्या अधिक होती है।
2.धीमी मेटाबॉलिज्म रेट:
शाम के समय हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। इस कारण दिन भर खाए गए भोजन का पाचन ठीक से नहीं हो पता है। और पेट में गैस बनने लगती है।
3.स्ट्रेस और चिंता का प्रभाव:
मानसिक तनाव और चिंता का सीधा असर पेट पर पड़ता है। या पाचन तंत्र को धीमा करने में बहुत ही ज्यादा सक्षम होता है। और गैस बनने की समस्या को बढ़ा देता है।
4.खराब भोजन की आदतें:
जल्दी-जल्दी खाना,ठीक से ना चाबाकर या खाने के तुरंत बाद लेट जाना भी शाम की गैस का एक बहुत बड़ा कारण हो सकता है।
पेट की असहजता के समाधान
1.डाइट में बदलाव करें:
- हल्का और पोषण डिनर लें:शाम को हल्का और खाना खाएं जैसे-खिचड़ी,सूप या सब्जी।
- गैस पैदा करने वाले फूड से बचें:राजमा,छोले,मूंगफली और सोडा वाले पेय पदार्थ का सेवन कम से कम करें।
- खान का समय तय करें:कोशिश करें कि डिनर सोने से 2 से 3 घंटे पहले करें।
2.योग और व्यायाम:
- ब्रज आसन: खाने के बाद 5 से 10 मिनट तक ब्रज आसन में बैठे यह पाचन को सुधारने में हमारी बहुत ही ज्यादा मदद करता है।
- पवनमुक्तासन: सुबह और शाम इस आसन का अभ्यास करें या गैस की समस्या में बेहद लाभकारी होता है।
मानसिक स्वास्थ्य और पेट की समस्या
1.स्ट्रेस का असर:
तनाव और चिंता का पाचन तंत्र पर सीधा प्रभाव पड़ता है। जब आप स्टेज में होते हैं तो पेट की मांसपेशियां टाइट हो जाते हैं। जिससे गैस और ब्लास्टिंग की समस्या हो जाती है।
2.तनाव कम करने के उपाय:
- मेडिटेशन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें:
- रोजाना 10 से 15 मिनट गहरी सांस लेने की प्रैक्टिस करें। और मेडिटेशन करने के लिए कम से कम 10 से 15 मिनट तक एकांत में बैठकर मेडिटेशन करें।
- दिन का रूटीन सेट करें:
- समय पर खाना और सोना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
- हल्की फुल्की शाम की वॉक करें:
- यह गैस को कम करने में हमारी मदद करता है और मूड को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय:
1.सौंफ का उपयोग:
शाम को खाने के बाद सौंफ चबाएं या पाचन सुधारने और गैस को रोकने में बहुत ज्यादा मदद करते हैं।
2.अजवाइन और काला नमक:
एक चुटकी अजवाइन और काले नमक को गर्म पानी के साथ ले पेट की गैस को तुरंत ठीक करने में बहुत ज्यादा मददगार साबित होता है।
3.अदरक की चाय:
अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो पाचन तंत्र को शांत करते हैं। शाम के समय अदरक की चाय पीना बहुत ही फायदेमंद होता है। यह हमारे पेट में गैस बनने को रोकते हैं।
4.त्रिफला चूर्ण:
रात को सोने से पहले त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पेट साफ होता है। और गैस की समस्या भी नहीं होती है।
कुछ जरूरी सुझाव
- खाने को अच्छे से चबाएं:जितना धीरे-धीरे और अच्छी तरह से चबाकर आप खाना खाएंगे उतना ही बेहतर पाचन आपका होगा।
- ओवरईटिंग से बच्चे: अधिक खाना खाने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है। और गैस बनने की संभावना बढ़ती है।
- कैफीन और शराब का सेवन सीमित करें: यह दोनों पेट में एसिडिटी और गैस का कारण बन जाते हैं। जिससे आप इनको कम से कम ले।
- प्रोबायोटिक्स को शामिल करें: दही,छाछ और किमची जैसे-खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें।
डॉक्टर से कब संपर्क करें
शाम होते ही अगर पेट में गैस बनने लगती है। यदि आपकी पेट की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। और घरेलू उपाय से ठीक नहीं हो रही है। तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए। निम्न लक्षणों देखने से विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है।
- पेट में बार-बार तेज दर्द।
- लगातार उल्टियां या मिताली।
- भूख में कमी होना।
- अचानक वजन घट जाना।