
प्रचंड गरमी में होने वाली कुछ खतरनाक बीमारियाँ:भारत में गर्मी का मौसम मार्च से लेकर जुलाई तक गर्मी प्रचंड होती है धूप लू और उमस भरी गर्मी के कारण शरीर पर काफी गंभीर असर पड़ता है। जिसके कारण कई प्रकार की बीमारी उत्पन्न होने का डर रहता है। अगर इस मौसम में आप खान-पान और अपने शरीर का ख्याल ना रख पाए तो काई तरह की बिमारिया घेर लेती हैं।कुछ समस्याएं हल्की होती हैं तो कुछ जानलेवा भी हो सकती है आज हम आपको इस ब्लॉग में बताएंगे कि गर्मी में होने वाली प्रमुख बिमारिया और उनके लक्षण और उनसे हम कैसे बच सकते हैं सारे उपाय बताएंगे।
Heat stroke लू लगना हीट स्ट्रोक
प्रचंड गरमी में होने वाली कुछ खतरनाक बीमारियाँ गर्मी में अक्सर सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न होती है लू लगना जब कोई व्यक्ति ज्यादा देर तक धूप में रहता है तो शरीर का तपमान असंतुलित हो जाता है। जिसके कारण शरीर की पसीना वाली ग्रंथियां जिसको हम Sweat ग्रंथियों के नाम से जानते हैं यह काम करना बंद कर देती है और शरीर का तपमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।
इसके लक्षण
- तेज सर दर्द
- शरीर का लाल और गर्म होना
- उल्टी होना
- बहुत तेज से बुखार आना
- बेहोसी महसूस होना
- और चक्कर आना ये सब इसके लक्षण हो सकते हैं
इसके बचाव
- ज्यादा देर तक धूप में रुकते हैं तो अपना सिर ढक ले
- कॉटन और हल्के रंग के कपडे का इस्तमाल करें
- गर्मी के समय में 12 से 3 कड़ी धूप होती है आप इससे बचे
- तेज गर्मी में निकलने से पहले अपने पास निंबू पानी या नारियल पानी रखें या पी कर जाएं
- किसी कारणवश अगर लू लगती है तो ठंडी छाव में जायें और पानी पियें।
Food Poisoning
प्रचंड गरमी में होने वाली कुछ खतरनाक बीमारियाँ गर्मी के समय में खाने पीने की चीजें बहुत ही जल्दी खराब हो जाती हैं। इसलिए बासी खुले में रखा खाना या गंदे पानी से बने खाद पदार्थ खाने से फूड पॉइजनिंग भी हो जाती है इसलिए आप इने सब चीजों से बचें।
लक्षण क्या हो सकते हैं
- पेट दर्द होता है
- दस्त यानी लूज मोशन होता है
- मिचली और उल्टी भी होती है
- पेट में दर्द
- शरीर में कामजोरी लगती है।
कैसे बचाये
- हमेशा ताज़ा और घर का बना ही खाना खायें
- बहार का खाना ना खायें
- खुले में बिकाने वाली चीजों से सावधान बरखें
- सब्जी और फल को अच्छी तरह से धोकर खाएं
Dehydration
दरसल, गर्मियों में हमें बहुत पसीना आता है, जिससे शरीर में नमक और पानी की कमी हो जाती है, इसलिए इसे डिहाइड्रेशन कहा जाता है।
लक्षण क्या होते हैं
- मुंह सूखने लगता है
- तेज प्यास लगने लगती है
- चक्कर आने लगता है
- थकान और कामजोरी होने लगती है
- पेशाब का रंग बदलने लगता है
इसके बचाव क्या हो सकते हैं
- दिनभर 9 से 10 गिलास पानी पिए पानी नींबू नारियल पिए ताजे फालों का सेवन करें बहुत देर तक धूप में ना रहे।
LOOSE MOTION दस्त लूज मोशन
- दरसल गर्मी के मौसम में गंदा पानी पीने या खाने से पेट में संक्रमण हो जाता है, इसलिए दस्त आना शुरू हो जाता है।
इसके लक्षण क्या हो सकते हैं
- बार-बार पतला दस्त होगा
- पेट में दर्द होना शुरू हो जाएगा
- कमजोरी महसूस होने लगेगी।
- डिहाइड्रेशन होने लगता है.
इसके बचाव
- स्वच्छ भोजन और पानी का सेवन करें
- खुले में खाना या बासी खाना खाने से बचे
- अगर आपको बार-बार दस्त लगती हो तो (ORS)ओआरएस घोलकर या नींबू पानी का सेवन भी कर सकते हैं
- ज्यादा हल्का खाना खाएं जैसे खिचड़ी दाल चावल
सर्दी हो जाना और वायरल बुखार
प्रचंड गरमी के समय में (AC/Cooler)एसी कूलर या बहुत ठंडी चीजें खाने से अचानक शरीर के तापमान में बदलाव आ जाता है जिसके कारण सर्दी में दर्द होता है या वायरल फीवर भी हो जाता है।
इसके लक्षण क्या हैं
- गले में तकलीफ होने लगती है
- सर दर्द होने लगता है
- हल्का बुखार होने लगता है
- नाक बहना शुरू हो जाता है
- बदन दर्द होने लगता है और सर दर्द होने लगता है।
इसके बचाव क्या है
- पानी का तपमान समान राखें न ज्यादा गरम न ज्यादा ठंडा
- गुनगुना पानी करके पिए
- ठंडी चीज़ों को सिमित सेवन करें।
गर्मी में स्वस्थ रहने के आसान तरीके
- छाछ मट्ठा:पाचन सही रखता है
- और शरीर को ठंडक देता है
आम पना: आम पना शरीर को ठंडा रखता है और लू से बचाव भी करता है।
- निम्बू पानी पीने: शरीर को ऊर्जा देता है और ठंडक फैलाता है।
तरबुज खरबुज खीरा: याह याह फल पानी की कमी नहीं होने देते हैं। - धूप में जाने से बचे: खास दोपहर में 12:00 से 3:00 बजे तक बहार ना निकले।
सूती कपडे पहनने: ताकि शरीर में हवा का प्रवाह बना रहे और सांस लेने में दिक्कत ना रहे।
निष्कर्ष
गर्मी का मौसम भले ही छुटियों का मौसम हो लेकिन अगर आप लापरवाही करेंगे तो मौसम खतरनाक भी साबित हो सकता है। गर्मी में आप खास करके अगर आप खान-पान और दिनचर्या का ध्यान नहीं रखेंगे तो लो डिहाइड्रेशन फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं जल्दी उत्पन्न हो जाती है। इन आसन में घरेलू उपाय और साफ सफाई की आदत से आप गर्मियों में स्वस्थ हाइड्रेट और सुरक्षित रह सकते हैं, लेकिन मौसम में आपको खुद बचना बहुत ही जरूरी है।