हेल्थ इंश्योरेंस जिसे स्वास्थ्य बीमा भी कहा जाता है। एक महत्वपूर्ण वित्तीय सुरक्षा उपाय है। जो अप्रत्याशित चिकित्सा खर्चों से बचाव करता रहता है। यह एक अनुबंध होता है। जिसमें बीमा कर्ता भी वित्तीय व्यक्ति के चिकित्सा खर्चों को कवर करने का वादा करता है। बदले में बीमार व्यक्ति को नियमित प्रीमियम का भुगतान करना होता है। स्वास्थ्य बीमा न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।
बल्कि मानसिक शांति भी देता है। जिससे आप और आपका परिवार बिना किसी वित्तीय चिंता के उचित चिकित्सा देखभाल प्राप्त कर सकते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस (HEALTH INSURANCE) के प्रकार
विभिन्न आवश्यकता के अनुसार स्वास्थ्य बीमा पॉलिसीओं के कई प्रकार उपलब्ध हैं।
1.व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा
व्यक्ति का स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी व्यक्तिगत आधार पर ली जाती है। जिसमें एक व्यक्ति के चिकित्सा खर्च को दिया जाता है। इसमें अस्पताल में भर्ती सर्जरी और भर्ती से पहले और बात के चिकित्सा खर्च शामिल होते हैं। प्रीमियम विमित के आयु स्वास्थ्य स्थिति और कवरेज के आधार पर यह निर्धारित होता है।
2.परिवार फ्लोटर स्वास्थ्य बीमा
इस प्रकार की पॉलिसी में एक ही बीमा राशि पूरे परिवार के सदस्यों के लिए उपलब्ध कराई जाती है। इसमें पति पत्नी बच्चे और बुजर्ग माता-पिता शामिल हो सकते हैं। प्रीमियम अकाल पॉलिसी के लिए यह होता है।
3.गंभीर बीमारी के लिए बीमा
इस प्रकार की पॉलिसी में गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर हृदय रोग किडनी आज के लिए विशेष रूप से बनाई गई है। इन बीमारियों के निदान पर राशि का भुगतान किया जाता है। जिसे उपचार अन्य आवश्यक खर्च के लिए उपयोग किया जा सकता है।
4.वरिष्ठ नागरिक के लिए स्वास्थ्य बीमा
इस प्रकार की पॉलिसीज 60 वर्ष या उससेअधिक आयु के व्यक्ति के लिए की जाती है। जिसमें उम्र से संबंधित बीमारियों का कवरेज शामिल किया जाता है। इस प्रकार के बीमा में अस्पताल में भर्ती दवाओं की लागत और डिस्चार्ज के बाद के खर्चे को किया जाता है।
5.मातृत्व स्वास्थ्य बीमा
इस प्रकार के स्वास्थ्य बीमा गर्भावस्था और प्रसव से संबंधित खर्चे को कवर करने के लिए किए जाते हैं जिसमें प्रसव पूर्ण और प्रश्नोत्तर देखभाल नवजात शिशु की देखभाल और प्रसव के दौरान होने वाले खर्च शामिल किए जाते हैं
हेल्थ इंश्योरेंस के लाभ
स्वास्थ्य बीमा के कई महत्वपूर्ण लाभ होते हैं।
- आर्थिक सुरक्षा:अचानक आने वाले चिकित्सा खर्चों से बचाव होता है। जिससे आप की बचत सुरक्षित रहती है। और उदाहरण के लिए अस्पताल में 3 दिन तक भर्ती होने की औसत लागत 30,000 हो सकती है। जो स्वास्थ्य बीमा के बिना आपकी वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं।
- कैशलेस उपचार:नेटवर्क अस्पतालों में कैशलेस सुविधा मिलती है, जिससे आपको अस्पताल में भर्ती के समय भुगतान की चिंता नहीं होती है। बीमा कंपनी और अस्पताल के बीच सीधा निपटान होता रहता है।
- टैक्स लाभ:आयकर अधिनियम की धारा 80D के तहत प्रीमियम पर छूट मिलती है। जिससे आपकी टैक्स देयता कम हो जाता है।
- गंभीर बीमारियों का कवरेज: गंभीर बीमारी बीमा पॉलिसी के माध्यम से गंभीर बीमारियों के लिए एक मुफ्त राशि प्राप्त होती है। जिसे उपचार पुनर्वास या अन्य आवश्यक खर्चों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
- डोमिसिलिअरी हॉस्पिटलाइजेशन: कुछ पॉलिसी में घर पर इलाज के खर्चों को भी कवर किया जाता है। यदि मरीज की स्थिति अस्पताल में भर्ती होने की अनुमति नहीं देती।
हेल्थ इंश्योरेंस चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें
स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का चयन करते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण होता है।
- क्लेम सेटेलमेंट रेश्यो: बीमा कंपनी का क्लेम सेटेलमेंट रेश्यो जांच, को जो दर्शाता है। कि कंपनी ने कितने प्रतिशत क्लेम का निपटारा किया है। और उसे रेश्यो वाली कंपनियां अधिक विश्वसनीय मानी जाती हैं।
- प्रतीक्षा अवधि: पहले से मौजूद बीमारियों के लिए प्रतीक्षा अवधि की जानकारी लेनी चाहिए। अधिकांश पॉलिसी में पहले से मौजूद बीमारियों के लिए 2-4 वर्ष की प्रतीक्षा अवधि होती है।
- नेटवर्क अस्पताल: बीमा कंपनी के नेटवर्क अस्पतालों की सूची देखनी चाहिए ताकि आप कैशलेस सुविधा का लाभ उठा सके।आपके नजदीक अस्पतालों का नेटवर्क में होना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
- कवरेज और बहिष्कार:पॉलिसी में शामिल और बाहर की गई चीजों की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए ।उदाहरण के लिए, कुछ पॉलिसी विशेष बीमारियों या उपचारों को।