गर्भावस्था एक महिला के जीवन का खास समय होता है।जब उसे अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना पड़ता है। इस दौरान सही आहार और हल्का फुल्का व्यायाम न केवल मां के लिए बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी बहुत ज्यादा ही महत्वपूर्ण होता है। इस ब्लॉक में हम जानेंगे कि गर्भावस्था के दौरान फिटनेस और आहार के कौन-कौन से पहलू सबसे जरूरी होते हैं। जिसके कारण बच्चों का जन्म नॉर्मल हो सके।

गर्भावस्था के दौरान फिटनेस के लाभ
गर्भावस्था के दौरान फिटनेस का मतलब केवल जिम जाना ही नहीं होता है। हालांकि व्यायाम करने से न केवल मन को फिट रहने में मदद मिलती है। बल्कि यह कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में हमारी मदद करता है।
1.डिलीवरी में आसानी:नियमित व्यायाम से डिलीवरी के दौरान दर्द और कठिनाई का काम सामना करना पड़ सकता है।
2.स्ट्रेस काम करना:व्यायाम करने से तनाव कम होता है। और मूड बेहतर बनाने में यह मदद करता है।
3.ब्लड सर्कुलेशन को संतुलित करना:हल्का वर्कआउट करने से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है। जो शिशु के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है।
4.वजन नियंत्रित करना:गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ाना सामान्य है। लेकिन ज्यादा बढ़ने से बचा जा सकता है।
गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करने के आसान तरीका
1.पैदल चलना:सुबह शाम 20 से 30 मिनट पैदल चलना बेहद फायदेमंद होता है।
2.प्रेगनेंसी योग:योगासन जैसे “वृद्धाकोड़ासन” और “मर्जरीआसन” गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही लाभकारी माना गया है।
3.स्ट्रेचिंग:स्ट्रेचिंग में मांसपेशियों को आराम मिलता है और शरीर लचीला बनता है। यह गर्भ अवस्था में बहुत ज्यादा लाभदायक माना जाता है।
4.पानी में व्यायाम(Aqua Exercise):यह सबसे सुरक्षित और हल्का व्यायाम होता है। इस व्यायाम में स्वास्थ्य में सुधार तनाव में कमी और मांसपेशियों की सहनशीलता और ताकत में सुधार होता है। पानी में व्यायाम करना आपके जीवन में शारीरिक गतिविधि को जोड़ने का एक शानदार तरीका हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान सही आहार का महत्व
गर्भावस्था के दौरान सही आहार लेना चाहिए सही आहार का मतलब है। वह भोजन जो मन के लिए सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद हो।
1.प्रोटीन युक्त भोजन:प्रोटीन शिशु के ऊतकों और अंगों के विकास में मददगार साबित होता है। दाल,पनीर,अंडा और मूंगफली खाएं।
2.फोलिक एसिड:फोलिक एसिड गर्भ में शिशु के मस्तिष्क और रीड की हड्डी के विकास में मदद करता है। जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां,संतरा और राजमा फोलिक एसिड को अच्छे स्रोत होते हैं।
3.आयरन और कैल्शियम :आयरन खून की कमी से दूर रखता है। और कैल्सियम सर की हड्डियों को मजबूत बनाने में बहुत ही सहायक होता है।
- आयरन: गुड,चुकंदर और अनार।
- कैल्शियम: दूध,दही और बादाम।
4.फाइबर युक्त भोजन:फाइबर युक्त भोजन कब्ज से बचने के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। साबुत अनाज फल और सलाद अत्यधिक खाएं।
5.हाइड्रेशन:दिन में काम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या ना हो।
गर्भावस्था में इन खाद्य पदार्थों से बचने की कोशिश करें
- कच्चा या पक्का मांस और अंडा।
- ज्यादा मिर्च मसाले वाला भोजन।
- जंक फूड और प्रोस्टेट फूड।
- अधिक कैफीन जैसे चाय और कॉफी का सेवन।
कुछ खास टिप्स गर्भावस्था के दौरान आहार और फिटनेस के लिए
1.भोजन को छोटे हिस्सों में बांटे:भोजन को दिन में 5 से 6 बार थोड़ा-थोड़ा करके खाएं।
2.आराम करें:पर्याप्त नींद ले और खुद को थकान से दूर रखें।
3.डॉक्टर की सलाह लें:कोई भी नया आहार या व्यायाम शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
4.मेडिटेशन करें: मानसिक शांत के लिए ध्यान करें।
गर्भावस्था के दौरान फिटनेस और आहार पर ध्यान देना ना केवल शीश के विकास के लिए जरूरी होता है ।बल्कि मां के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। हल्का व्यायाम और संतुलित आहार इस समस्या को खुशनुमा और स्वस्थ बनाने में मदद करता है। अगर आप अपनी गर्भावस्था को यादगार और स्वस्थ बनाना चाहते हैं। तो ऊपर दिए गए टिप्स को अपने आपकी और आपके शिशु की सेहत सबसे ज्यादा मायने रखती है।